Wednesday, 29 April 2020

मिलन!, जुदाई!


मिलन!



मेरी जिस्म जैसे ज़िन्दगी मै,
तू रूह बानी ख़ुशी की,
खुछ पल का साथ ही सही,
मैं जी लूँ वो पल भी.



जुदाई!



आखरी वो लम्हा ,
आखरी वो सास ,
तेरा नाम मेरे लब्ज पर,
एक आखरी बार.

1 comment:

मिलन!, जुदाई!

मिलन! मेरी जिस्म जैसे ज़िन्दगी मै, तू रूह बानी ख़ुशी की, खुछ पल का साथ ही सही, मैं जी लूँ वो पल भी.