I write Poem about my life. I do it for my hobby. I am no professional. (Open This Blog In desktop site to enjoy colour!)
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मिलन!, जुदाई!
मिलन! मेरी जिस्म जैसे ज़िन्दगी मै, तू रूह बानी ख़ुशी की, खुछ पल का साथ ही सही, मैं जी लूँ वो पल भी.
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मेरी कहानी # मुलाकात 2 चाँद का स्वरुप वो, अनमोल वो अनन कोई। लहरा रहे बयार पर, जुल्फे वो रहसयमयी। नयन मेरे ये ढीठ से, ...
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मिलन! मेरी जिस्म जैसे ज़िन्दगी मै, तू रूह बानी ख़ुशी की, खुछ पल का साथ ही सही, मैं जी लूँ वो पल भी.
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मेरी कहानी # मुलाकात 1 इसकदर मैं बेखबर था, अनजान मेरी राहों से, गुजरने वालो पे न ध्यान था, न ध्यान अपने आप पे। सहज हुए प्रसं...